Petrol Diesel Rate Today – भारत में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में पिछले 10 वर्षों में पहली बार इतनी बड़ी कटौती देखने को मिली है। 31 मार्च 2025 को जारी नई दरों के अनुसार, देश के विभिन्न राज्यों में ईंधन के दामों में उल्लेखनीय गिरावट आई है। यह कटौती आम जनता के लिए एक राहत की खबर है, क्योंकि ईंधन की कीमतों का असर सीधे तौर पर महंगाई और जीवन यापन की लागत पर पड़ता है।
31 मार्च 2025 के पेट्रोल और डीज़ल के नए दाम
नीचे कुछ प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीज़ल की नई कीमतें दी गई हैं:
दिल्ली:
- पेट्रोल: ₹94.77 प्रति लीटर
- डीज़ल: ₹87.67 प्रति लीटर
महाराष्ट्र:
- पेट्रोल: ₹109.30 प्रति लीटर
- डीज़ल: ₹98.10 प्रति लीटर
गुजरात:
- पेट्रोल: ₹94.99 प्रति लीटर
- डीज़ल: ₹90.67 प्रति लीटर
राजस्थान:
- पेट्रोल: ₹108.90 प्रति लीटर
- डीज़ल: ₹97.45 प्रति लीटर
गोवा:
- पेट्रोल: ₹96.58 प्रति लीटर
- डीज़ल: ₹88.35 प्रति लीटर
पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में गिरावट के मुख्य कारण
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
पिछले कुछ महीनों में वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है। पहले जहां कच्चे तेल की कीमतें $100 प्रति बैरल से ऊपर थीं, अब यह घटकर $80 प्रति बैरल के आसपास आ गई हैं। इससे भारत में पेट्रोल और डीज़ल की लागत में भी गिरावट आई है।
2. रुपये की मजबूती
डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में सुधार हुआ है। इससे आयातित कच्चे तेल की लागत कम हो गई है और तेल कंपनियों को कीमतें घटाने का अवसर मिला है।
3. सरकार की टैक्स कटौती
केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है, जिससे तेल की कीमतें कम हुई हैं। राज्यों ने भी वैट में कमी की है, जिससे उपभोक्ताओं को और राहत मिली है।
4. तेल कंपनियों का योगदान
तेल विपणन कंपनियों ने अपने मार्जिन में कटौती की है, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती कीमत पर ईंधन मिल रहा है।
कीमतों में गिरावट का आम जनता पर असर
1. महंगाई पर नियंत्रण
ईंधन की कीमतें कम होने से ट्रांसपोर्टेशन लागत घटेगी, जिससे दैनिक उपयोग की वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं और महंगाई दर नियंत्रित रह सकती है।
2. आम आदमी को राहत
ईंधन के सस्ते होने से हर व्यक्ति के मासिक बजट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। पेट्रोल-डीज़ल की कम कीमतों से वाहन मालिकों और व्यापारियों को सीधा लाभ मिलेगा।
3. लॉजिस्टिक्स और व्यापार को फायदा
कम ट्रांसपोर्टेशन लागत का सीधा असर माल ढुलाई और उत्पादन लागत पर पड़ेगा। इससे व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
4. अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा
कम ईंधन कीमतों से न केवल घरेलू खर्चों में राहत मिलेगी, बल्कि उद्योगों और व्यापारिक क्षेत्रों में भी तेजी आएगी, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
विभिन्न राज्यों में कीमतों का अंतर क्यों?
भारत में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें हर राज्य में अलग-अलग होती हैं क्योंकि:
- प्रत्येक राज्य का वैट (VAT) अलग होता है।
- परिवहन लागत भिन्न होती है।
- स्थानीय कर और शुल्क अलग-अलग राज्यों में लागू होते हैं।
उदाहरण के लिए, कुछ राज्यों में 31 मार्च 2025 को पेट्रोल और डीज़ल के दाम:
- उत्तर प्रदेश: पेट्रोल – ₹96.89, डीज़ल – ₹89.02
- बिहार: पेट्रोल – ₹106.26, डीज़ल – ₹93.06
- पंजाब: पेट्रोल – ₹97.53, डीज़ल – ₹89.45
- हिमाचल प्रदेश: पेट्रोल – ₹94.35, डीज़ल – ₹86.73
- जम्मू-कश्मीर: पेट्रोल – ₹98.02, डीज़ल – ₹83.59
पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में यह ऐतिहासिक गिरावट भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है। ईंधन की लागत में कमी से न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। आने वाले दिनों में यदि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो यह राहत और भी लंबे समय तक बनी रह सकती है।